शहीद नीरज के कजरा टंडेरी गांव में दो दिन से नहीं जल रहा है चूल्हा, परिजन व ग्रामीणों का रो-रो कर बुरा हाल
सियाचिन में ग्लेशियर पिघलने से शहीद हुए देवघर के लाल नीरज
देवघर। सियाचिन के इलाकों में देश की सेवा करते हुए शहीद हुए देवघर जिले के मधुपुर क्षेत्र के कजरा टंडेरी गांव के 24 वर्षीय नीरज कुमार चौधरी ड्यूटी के दौरान लद्दाख में ग्लेसियर पिघलने के कारण देश की रक्षा करते हुए वीरगति प्राप्त की। नीरज चौधरी की शहादत की खबर सुनते ही उनके गांव में कोहराम मच गया। परिजन रो-रोकर बुरी तरह टूट गए हैं। बूढ़े-बच्चे, महिलाएं और युवा सभी उनके असमय निधन से स्तब्ध हैं। परिवार के सदस्यों ने बताया कि नीरज बचपन से ही बहादुरी और देशभक्ति की मिसाल थे। वह हमेशा देश की सेवा के लिए समर्पित रहे और अपने कर्तव्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दी। नीरज 2022 में देश सेवा के लिए अग्नि वीर जवान के रूप में सेना में भर्ती हुआ था। अग्नि वीर की चार साल की सेवा में उसने तीन साल की सेवा पूरा कर लिया था और एक साल की सेवा बची हुई थी। नीरज दिसंबर में छुट्टी पर घर आने वाला था। अपने प्रिय दोस्त पियूष से हर रोज विडियो कालिंग पर बात करता था। वहीं गोलू से भी कभी कभी बता कर गांव घर का हाल-चाल लिया करता था।ग्रामीण व दोस्त रामकिशोर चौधरी, दोस्त बिट्टू कुमार चौधरी, दादा व्यास चंद्र सिंह, शिवशंकर राय, राजकिशोर चौधरी, ब्रह्मदेव चौधरी, रीतेश कुमार चौधरी बताते हैं कि नीरज अपने घर का इंजन था। उसमें शुरू से ही सेवा की भावना कुट कुट कर भरा हुआ था। नीरज के पिता अनिल चौधरी किसान हैं और वह बहुत मेहनत से दो पुत्र अग्नि वीर जवान नीरज कुमार चौधरी बड़ा पुत्र था। जबकि छोटा पुत्र सोनू कुमार चौधरी व पुत्री रानी कुमारी का पालन पोषण किया और अच्छी शिक्षा दी।
अपने देश सेवा के जूनून को पूरा करने के लिए प्राथमिक शिक्षा कजरा टंडेरी मध्य विद्यालय से मैट्रिक की शिक्षा गोविंदपुर हाई स्कूल से इंटर की शिक्षा मधुपुर महाविद्यालय से व बीएससी की शिक्षा देवघर कालेज देवघर से पूरा करने के बाद सेना भर्ती की तैयारी शुरू कर दी और 2022 में अग्नि वीर जवान के रूप में वह देश सेवा के लिए सेना में भर्ती हो गया तो गांव में खुशी का ठिकाना नहीं था और जब उसकी एक साल की सेवा बची हुई थी तो आज गमन का ठिकाना नहीं है। दो दिनों से गांव में चूल्हा नहीं जला है। हम सबों को गर्व है कि हमारा बेटा दोस्त देश सेवा के लिए शहीद हो गया। ग्रामीण बताते हैं कि नीरज चौधरी सियाचिन ग्लेशियर में नियमित पेट्रोलिंग पर था कि अचानक ग्लेशियर पिघलने से अपने तीन साथियों के साथ शहीद हो गया। इसके पूर्व वह मेघालय में तैनात था।
आज शाम कजरा टंडेरी गांव पहुंचेगा नीरज का पार्थिव शरीर
शहीद अग्नि वीर जवान नीरज कुमार चौधरी का पार्थिव शरीर आज शाम तक में मधुपुर के कजरा टंडेरी गांव पहुंचेगा। जिसके बाद शहीद नीरज को सेना के जवान द्वारा सलामी दिए जाने के बाद अंतिम संस्कार स्थानीय श्मशान घाट में किया जाएगा। नीरज का पार्थिव शरीर सियाचिन से चंडीगढ़ के रास्ते रांची एयरपोर्ट पहुंचेगा। जहां से सड़क मार्ग से रामगढ़ कैंट लाया जाएगा। उसके बाद वह हजारीबाग होते हुए गिरिडीह के रास्ते मधुपुर होते हुए कजरा टंडेरी गांव शाम तक पहुंचेगा। वहीं दूसरी ओर चर्चा है कि चंडीगढ़ से दोपहर डेढ़ बजे विमान उड़ने और रांची चार बजे तक पहुंचने और शाम हो जाने के कारण रामगढ़ कैंट में नीरज के पार्थिव शरीर को रखा जाएगा और कल सुबह तक गांव पहुंचने की बात कही जा रही है।
