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सोनारायठाढ़ी कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नियाज़ शेख ने जरमुंडी विधायक देवेंद्र कुंवर पर सड़क निर्माण योजना का झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया। विवाद ने राजनीतिक माहौल गर्म किया।
सोनारायठाढ़ी कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष ने जरमुंडी विधायक पर लगाया झूठा श्रेय लेने का आरोप, सड़क निर्माण को लेकर बढ़ी राजनीतिक गर्मी
देवघर। जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र में सड़क निर्माण योजना के शिलान्यास को लेकर सोमवार को अचानक राजनीतिक माहौल गर्म हो गया। सोनारायठाढ़ी प्रखंड के नकटी हेल्थ सेंटर से पोखरिया तक आरईओ द्वारा बनने वाली सड़क के भूमिपूजन कार्यक्रम में जहां भाजपा कार्यकर्ताओं की सक्रियता और विधायक देवेंद्र कुंवर की उपस्थिति देखी गई, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस पूरे आयोजन का कड़ा विरोध किया है।

कांग्रेस का आरोप है कि जिस सड़क योजना का भूमि पूजन किया गया है, वह वर्तमान विधायक की अनुशंसा से स्वीकृत नहीं है। बल्कि इस योजना को पूर्व में ही तत्कालीन विधायक बादल पत्रलेख ने स्वीकृत करवाया था और उसका शिलान्यास भी स्वयं बादल पत्रलेख द्वारा किया जा चुका है। इसी आधार पर कांग्रेस ने वर्तमान विधायक पर “झूठा श्रेय लेने” का आरोप लगाया है।
सोनारायठाढ़ी कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष नियाज़ उर्फ पिंटू शेख ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि यह सड़क योजना पूर्व विधायक बादल पत्रलेख की अनुशंसा पर स्वीकृत हुई थी। लेकिन बीच में चुनाव और आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया था। अब जबकि सड़क निर्माण का कार्य पुनः प्रारंभ हो गया है, ऐसे में वर्तमान विधायक द्वारा इसका भूमिपूजन कर श्रेय लेने की कोशिश लोकतांत्रिक परंपरा के विपरीत है।
उन्होंने कहा कि जनता अब जागरूक है और हर बात को समझती है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधायक यदि वास्तव में विकास कार्यों को आगे बढ़ाना चाहते हैं तो उन्हें अपनी अनुशंसा से स्वीकृत योजनाओं का शिलान्यास करना चाहिए, ताकि जनता को भी यह पता चले कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को ईमानदारी से निभाया है।
नियाज़ शेख ने कहा कि कांग्रेस ऐसे झूठे प्रचार और श्रेय लेने की राजनीति का सख्त विरोध करती रहेगी। जरमुंडी की जनता ने वर्तमान विधायक को विकास की उम्मीदों के साथ चुना है, इसलिए उन उम्मीदों पर खरा उतरना उनका कर्तव्य है।
कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष ने पूर्व विधायक बादल पत्रलेख द्वारा किए गए शिलान्यास की तस्वीरें और वर्तमान विधायक की भूमिपूजन तस्वीरों को साझा करते हुए कहा कि “तस्वीर कभी झूठ नहीं बोलती। जनता सब जानती है कि सड़क निर्माण की इस योजना का वास्तविक श्रेय किसे जाता है।”
उन्होंने भाजपा और वर्तमान विधायक पर राजनीतिक लाभ लेने का भी आरोप लगाया। उनके अनुसार, बिना किसी नई पहल या अनुशंसा के पहले से स्वीकृत योजना पर पुनः शिलान्यास करना जनता को भ्रमित करने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस तरह की राजनीति का विरोध करती है और आगामी समय में भी जनता के समक्ष सत्य लाने का काम करती रहेगी।
इस पूरे विवाद के कारण सोनारायठाढ़ी और आसपास के क्षेत्रों में राजनीतिक गतिविधियां अचानक तेज हो गई हैं। सोशल मीडिया पर भी दोनों पक्ष के समर्थकों के बीच बहस जारी है। स्थानीय लोग भी इस मुद्दे पर अपना-अपना मत जता रहे हैं और विकास योजनाओं के वास्तविक श्रेय को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा समर्थकों का कहना है कि वर्तमान विधायक ने केवल निर्माण कार्य को औपचारिक रूप से प्रारंभ किया है। लेकिन कांग्रेस इस तर्क को पूरी तरह से खारिज करती है और इसे जनता को भ्रमित करने वाला कदम बता रही है।
फिलहाल यह मुद्दा जरमुंडी विधानसभा क्षेत्र की स्थानीय राजनीति में चर्चा का मुख्य विषय बन गया है। जनता को उम्मीद है कि सड़क निर्माण कार्य बिना किसी राजनीतिक विवाद के तय समय पर पूरा हो और क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त करे।








