देवघर की बालिका टीम ने रचा इतिहास: राज्यस्तरीय 8वीं सेपकटकरा सब जूनियर चैंपियनशिप में बना चैंपियन

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🏆 देवघर की बालिका टीम ने रचा इतिहास: राज्यस्तरीय 8वीं सेपकटकरा सब जूनियर चैंपियनशिप में बना चैंपियन

देवघर की बेटियों ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि मेहनत, जुनून और टीमवर्क से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं।

देवघर। रांची में आयोजित 8वीं झारखंड राज्यस्तरीय सेपकटकरा सब जूनियर चैंपियनशिप में देवघर की बालिका टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल मुकाबले में रांची को हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। इस जीत के साथ देवघर ने झारखंड के खेल मानचित्र पर एक बार फिर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

 

फाइनल मुकाबला बना रोमांचक, देवघर की बेटियों ने किया कमाल

 

प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। रांची की टीम जहां अनुभवी खिलाड़ियों के साथ मैदान में उतरी थी, वहीं देवघर की बेटियाँ जोश और आत्मविश्वास से भरी हुई थीं।

टीम ने मैच की शुरुआत से ही शानदार तालमेल दिखाया। हर सर्व, हर स्मैश और हर डिफेंस ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

आखिरकार, देवघर की टीम ने रांची को हराकर स्वर्ण पदक जीता और पूरे मैदान में “देवघर जिंदाबाद” के नारे गूंज उठे।

 

🌟 चार खिलाड़ी हुईं राष्ट्रीय स्तर के लिए चयनित

 

देवघर से इस चैंपियनशिप में कुल सात बालिकाओं ने भाग लिया था — और उनमें से चार खिलाड़ियों का चयन सब जूनियर नेशनल सेपकटकरा चैंपियनशिप के लिए हुआ है।

इन खिलाड़ियों में निकिता सोरेन, ललिता हांसदा, देप्रिया, और निशा का नाम शामिल है।

इसके अलावा, रक्षा और रति को रिज़र्व में रखा गया है। यह देवघर के खेल इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ता है।

 

💬 संघ और पदाधिकारियों ने जताई खुशी

 

देवघर जिला सेपकटकरा संघ के अध्यक्ष आशीष झा ने इस जीत पर गर्व जताते हुए कहा,

> “देवघर के खिलाड़ी लगातार मेडल जीतकर जिले का मान बढ़ा रहे हैं। यह उनकी मेहनत और लगन का नतीजा है।”

उन्होंने आगे कहा कि खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा और निरंतर प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका देने से उनका आत्मविश्वास बढ़ा है।

देवघर जिला ओलंपिक संघ के अध्यक्ष डॉ. सुनील खवाड़े ने भी इस ऐतिहासिक जीत पर खुशी जाहिर करते हुए कहा,

 

> “यह सफलता देवघर के लिए गर्व का क्षण है। हमारे खिलाड़ी अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए तैयार हैं।”

 

💪 प्रशिक्षण और सहयोग बना सफलता की कुंजी

देवघर में सेपकटकरा खेल के विकास में सचिव सूरज झा और उनकी टीम की भूमिका भी अहम रही है। उन्होंने बताया कि सभी खिलाड़ियों को कीट (sports kits) प्रदान किए जाएंगे और आगे की प्रतियोगिताओं के लिए विशेष प्रशिक्षण कैंप आयोजित किया जाएगा।

सेपकटकरा संघ ने हाल के वर्षों में खेल को जमीनी स्तर पर मजबूत करने के लिए कई प्रयास किए हैं —

नियमित अभ्यास सत्र

जिला स्तरीय प्रतियोगिताएं

खिलाड़ियों के लिए मानसिक व तकनीकी प्रशिक्षण

इन पहलों का नतीजा अब मैदान में साफ दिख रहा है, जहाँ देवघर के खिलाड़ी लगातार पदक जीत रहे हैं।

 

🌈 देवघर की बेटियाँ बन रहीं प्रेरणा का प्रतीक

 

देवघर की बालिका खिलाड़ियों की सफलता उन सभी माता-पिता के लिए प्रेरणा है जो अपनी बेटियों को खेलों में आगे बढ़ाने का सपना देखते हैं।

निकिता, ललिता, देप्रिया और निशा जैसी खिलाड़ी यह साबित कर रही हैं कि छोटे शहरों से भी बड़े खिलाड़ी निकल सकते हैं, बशर्ते उन्हें सही दिशा और प्रोत्साहन मिले।

देवघर की यह टीम सिर्फ एक खेल टीम नहीं, बल्कि उस नई सोच का प्रतीक है जिसमें बेटियाँ अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। उनकी मेहनत और प्रदर्शन आने वाली पीढ़ियों के लिए मार्गदर्शक बनेगा।

 

📸 खेल प्रेमियों में उत्साह

इस जीत की खबर फैलते ही देवघर के खेल प्रेमियों और नागरिकों में खुशी की लहर दौड़ गई।

सभी ने खिलाड़ियों को बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

सोशल मीडिया पर भी #DeogharChampions और #SepaktakrawQueens जैसे टैग ट्रेंड कर रहे हैं।

 

निष्कर्ष

देवघर की इन होनहार बालिकाओं ने यह दिखा दिया है कि संकल्प और एकजुटता से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।

राज्यस्तरीय सेपकटकरा चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली यह टीम अब राष्ट्रीय स्तर पर खेलने जा रही है, और पूरा देवघर उनसे नई उम्मीदें लगाए बैठा है।

यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी की कहानी नहीं — बल्कि देवघर की बेटियों के आत्मविश्वास, संघर्ष और सपनों की गूंज है।

अब बारी है राष्ट्रीय मैदान में एक बार फिर इतिहास रचने की।

देवघर की ये बेटियाँ तैयार हैं — देश के लिए, और अपने शहर के गौरव के लिए! 🇮🇳

Baba Wani
Author: Baba Wani

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