भारत ने तीसरे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर सीरीज़ 1-1 से बराबर की

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भारत ने तीसरे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराकर सीरीज़ 1-1 से बराबर की

हाबार्ट। क्रिकेट प्रेमियों के लिए रविवार का दिन यादगार रहा जब भारतीय क्रिकेट टीम ने आस्ट्रेलिया  को तीसरे टी20 मैच में पांच विकेट से हराकर पाँच मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। यह मुकाबला हॉबार्ट (Bellerive Oval) में खेला गया था, जहाँ दोनों टीमों ने दर्शकों को जबरदस्त क्रिकेट का आनंद दिया।

ऑस्ट्रेलिया का चुनौतीपूर्ण स्कोर

टॉस जीतकर ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और 20 ओवर में 6 विकेट पर 186 रन बनाए।

टीम को विशेष रूप से टीम डेविड (74 रन, 38 गेंद) की आतिशी पारी ने संभाला।

साथ ही मार्क स्टोनिश ने 64 रन (39 गेंद) की पारी खेली, जिसने ऑस्ट्रेलिया को एक मजबूत आधार दिया।

हालांकि, भारत की गेंदबाजी भी कम नहीं थी — अर्शदीप सिंह ने अपनी वापसी पर 3 विकेट लिए (3-35) और मैच में अहम शुरुआत की।

इसके अलावा वरूण चक्रवर्ती ने भी दो विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया की रफ्तार थोड़ी कम हुई।

 

इस प्रकार, 187 रन से जीत दर्ज कराने के लिए भारत के सामने चुनौतीपूर्ण लेकिन हासिल करने योग्य लक्ष्य रहा।

भारत की जबरदस्त प्रतिक्रिया

भारत ने जवाब में शानदार अंदाज में पारी शुरू की और 18.3 ओवर में 5 विकेट पर 188 रन बनाकर मैच अपने नाम कर लिया।

मध्यक्रम में वाशिंगटन सुंदर ने नाबाद 49 रन (23 गेंद) की बेहतरीन पारी खेली, जिसमें उन्होंने चार छक्के शामिल किये।

जीतेश शर्मा ने भी 22 रन (13 गेंद) की त्वरित पारी खेलकर टीम को जीत की दिशा में आगे बढ़ाया।

शुरुआत में भी भारत ने अच्छी शुरुआत की थी — तिलक वर्मा ने 29 रन (26 गेंद) की पारी खेली और टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया।

टीम ने संयोजन के साथ खेलते हुए जितनी तेजी से जरूरी थी, उतनी रणनीतिक बुद्धिमत्ता के साथ रन बनाया और लक्ष्य को जल्दी हासिल कर लिया — नौ गेंदें अभी बाकी थीं।

 

क्यों थी यह जीत महत्वपूर्ण?

 

इस जीत के साथ भारत ने सीरीज में बराबरी हासिल कर ली है — अभी दो मैच बाकी हैं, और अब भारत के मनोबल में इजाफा हुआ है।

 

ऑस्ट्रेलिया के लिए यह मैदान (Bellerive Oval) अभी तक अच्छा रहा था — इस मैच से पहले उन्होंने यहाँ टी20 इंटरनेशनल में हार नहीं देखी थी।

भारतीय टीम ने यह दिखा दिया कि दबाव में भी वो बड़े लक्ष्य का पीछा कर सकती है, विशेष रूप से विदेशी मैदान पर।

गेंदबाजी-बल्लेबाजी में सुधार: पहले गेंदबाजी करके ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटके दिए गए, फिर बल्लेबाजों ने मौके पर कार्रवाई की।

 

मैच से कुछ मुख्य सीख

पहला अंक: टॉस जीतना महत्वपूर्ण — भारत ने पहली बार इस सीरीज़ में टॉस जीता और गेंदबाजी चुनी, जो उनके पक्ष में गया।

 

दूसरा: मध्यक्रम की मजबूती — Sundar और Sharma की पारी ने दिखाया कि शीर्ष क्रम के झटकों के बाद भी टीम आत्मविश्वास के साथ खेल सकती है।

 

तीसरा: ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाजी जबरदस्त रही, लेकिन भारत ने समय पर विकेट लेकर मुकाबला नियंत्रित किया।

 

चौथा: विदेशी मैदान पर बड़ी जीत हासिल करना हमेशा आसान नहीं होता — लेकिन भारत ने संयम और आक्रामकता का बढ़िया मिश्रण दिखाया।

 

आगे क्या होगा?

 

अब इस पाँच मैचों की सीरीज़ में दोनों टीमों के लिए अगले दो मैच बेहद महत्वपूर्ण हो गए हैं। भारत ने बराबरी करते हुए दबाव ऑस्ट्रेलिया पर डाल दिया है। ऑस्ट्रेलिया टीम निश्चित रूप से अपनी लय वापस लाना चाहेगी, जबकि भारत उसी सकारात्मक रवैये को आगे बढ़ाने का प्रयास करेगा।

 

निष्कर्ष:

इस मैच ने हमें याद दिलाया कि खेल में कभी भी मामला बंद नहीं होता — भारत ने दर्शाया कि जब सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सामने आए तो बड़े लक्ष्य भी पीछे नहीं रहते। Arshdeep Singh के तीन विकेट और Washington Sundar की नाबाद आतिशी पारी ने टीम को आज की बड़ी जीत दिलाई। सीरीज़ अब पूरी तरह खुल गई है और अगले मैचों में हमें और भी रोमांच देखने को मिलेगा।

Baba Wani
Author: Baba Wani

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