
संघ के शताब्दी वर्ष व विजयादशमी उत्सव को ले मोहनपुर में किया गया पथ संचलन
शस्त्र पूजन के बाद उपस्थित स्वयंसेवकों ने बौद्धिक किया ग्रहण
महिला स्वयंसेवकों की भागीदारी ने राष्ट्र सुरक्षा व सेवा की सार्थकता सिद्ध की
संघ पर महात्मा गांधी की हत्या का झूठा आरोप लगाकर संघ को कुचलना का प्रयास किया गया था: सह प्रांत कार्यवाह
देवघर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष को लेकर चहुंओर विजयादशमी उत्सव के मौके पर पथ संचलन कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी सिलसिले में इसी सिलसिले में शनिवार को जिले के मोहनपुर प्रखंड मुख्यालय में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयदशमी उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। मौके पर पथ संचलन व शस्त्र पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया। आरएसएस के स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण मोहनपपुर प्रखंड मैदान में किया गया, जहां से सभी स्वयंसेवक अनुशासित तरीके से कतारबद्ध होकर पर संचलन कार्यक्रम में शामिल हुए। पथ संचलन कार्यक्रम प्रखंड कार्यालय मैदान से शुरू होकर मोहनपुर हाट, चकरमा सहित विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते होते हुए पुनः प्रखंड कार्यालय मैदान में आकर समाप्त हुआ। इस दौरान पूर्ण गणवेश शामिल स्वयंसेवकों द्वारा गाए जा रहे संघ गीत से वातावरण सुगंधित हो गया।

पथ संचलन व शस्त्र पूजन मौके पर भारी संख्या में महिला स्वयंसेवकों की भागीदारी ने राष्ट्र सुरक्षा व सेवा की सार्थकता सिद्ध की। इस अवसर पर उपस्थित स्वयंसेवकों द्वारा ध्वज प्रणाम व संघ प्रार्थना करने के साथ ही संघ शताब्दी वर्ष व विजयदशमी उत्सव के मौके पर शस्त्र पूजन कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। मौके पर उपस्थित संघ के सह प्रांत कार्यवाह रविकांत जी ने शस्त्र पूजन करने के बाद अपना बौद्धिक दिया। उन्होंने संघ के स्थापनाकाल से लेकर अब तक की संघ यात्रा की जानकारी दी। साथ ही भारत को विकसित बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आरएसएस की स्थापना 1925 में नागपुर के मोहतेबाड़ में भारत को विश्व गुरु बने इसके उद्देश्य से किया गया। लेकिन बीच में कुछ गंदी मानसिकता के लोगों ने संघ पर महात्मा गांधी के हत्या का झूठा आरोप लगाकर संघ को कुचलना का प्रयास किया गया था।

मौके पर संघ के मोहनपुर खंड कार्यवाह सुनील मंडल, जिला कार्यवाह राजेश कुमार, डॉ राजीव रंजन, तुफान महथा, संतोष मुर्मू, भोला गुप्ता, योगेन्द्र यादव, अभिषेक ठाकुर, डमरूधर मंडल, नमीता देवी, बच्चियां देवी, मंजू देवी, माथा देवी, सुदामा कुमारी, चिंता देवी, पनवती देवी, सुषमा देवी, गीता देवी, सावित्री देवी, उर्मिला देवी, कांता बरनवाल, सुमन सौरभ, अमन गुप्ता, उदय कुमार यादव, कौशल वर्मा सहित अन्य स्वयंसेवक उपस्थित थे।









