
टिकोरायडीह में 10 नवंबर से होगा शिवशक्ति महायज्ञ का आयोजन
🌸 9 नवंबर को निकलेगी भव्य कलश यात्रा, श्रद्धालुओं में दिख रहा उत्साह
देवघर/सारवां। देवभूमि देवघर की पावन धरती पर धार्मिक उत्सवों की परंपरा लगातार आगे बढ़ रही है। इसी क्रम में जिले के सारवां प्रखंड के टिकोरायडीह गांव स्थित लक्खी मंदिर प्रांगण में इस वर्ष श्री श्री 1008 शिवशक्ति महायज्ञ का भव्य आयोजन किया जा रहा है। यह सात दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान 10 नवंबर से 16 नवंबर 2025 तक चलेगा, जबकि इसका शुभारंभ 9 नवंबर को कलश यात्रा के साथ किया जाएगा। ग्रामीणों और श्रद्धालुओं में इस आयोजन को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। पूरा क्षेत्र धार्मिक रंग में रंग चुका है और गांव के कोने-कोने में भक्ति का माहौल व्याप्त है।
🕉️ यज्ञ की तैयारी जोरों पर
ग्रामोत्थान समिति टिकोरायडीह द्वारा आयोजित इस श्री श्री 1008 शिवशक्ति महायज्ञ की तैयारियां जोरों पर हैं। समिति के अध्यक्ष सुबल किशोर ठाकुर, सचिव तुषार ठाकुर, कुणाल ठाकुर, कोषाध्यक्ष अवनिकांत ठाकुर, यजमान अजित ठाकुर, और संचालक ओंकार ठाकुर ने बताया कि इस वर्ष यज्ञ को अधिक भव्य और अनुशासित रूप देने की तैयारी चल रही है। समिति के सदस्यों और ग्रामीण युवाओं की ओर से यज्ञ मंडप, तोरण द्वार, साज-सज्जा और प्रकाश व्यवस्था का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पानी, भोजन, विश्राम और सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई है।
🌼 9 नवंबर को निकलेगी कलश यात्रा
यज्ञ की शुरुआत से एक दिन पहले, 9 नवंबर को भव्य कलश यात्रा का आयोजन किया जाएगा।
सुबह मंगल वादन और वैदिक मंत्रोच्चार के साथ सैकड़ों महिलाएं और कन्याएं सिर पर कलश लेकर गंगा जल और सरोवर जल से यज्ञ मंडप को पवित्र करेंगी। कलश यात्रा के दौरान पूरे मार्ग में भक्तिमय गीत-संगीत, ढोल-नगाड़े और हर-हर महादेव के जयकारे से वातावरण गूंजेगा। गांववासी और आस-पास के क्षेत्रों के लोग इस शोभायात्रा में शामिल होकर धार्मिक आस्था और एकता का संदेश देंगे।
🔥 10 नवंबर से 16 नवंबर तक चलेगा यज्ञ व कथा कार्यक्रम
कलश यात्रा के अगले दिन, 10 नवंबर 2025 को विधिवत रूप से यज्ञ का शुभारंभ किया जाएगा।
इस दिन भक्ति जागरण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्थानीय कलाकारों और भजन मंडलियों द्वारा भगवान शिव और शक्ति की महिमा का गुणगान किया जाएगा। 11 नवंबर से 15 नवंबर तक प्रतिदिन प्रातः काल हवन और आहुति कार्यक्रम आयोजित होगा। शाम के समय 6 बजे से 9 बजे तक प्रसिद्ध कथा वाचिका पंडित गौरांगी गौरी द्वारा राम कथा और शिव कथा प्रवचन प्रस्तुत किया जाएगा।
इसके बाद रात 10 बजे से 2 बजे तक भक्ति जागरण का कार्यक्रम रहेगा, जिसमें भक्तजन पूरी रात भक्ति रस में डूबे रहेंगे।
🙏 16 नवंबर को होगा महायज्ञ का समापन और प्रसाद वितरण
16 नवंबर को शिवशक्ति महायज्ञ का पूर्णाहुति और समापन कार्यक्रम संपन्न होगा। इस अवसर पर विशाल भंडारा और प्रसाद वितरण का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। यज्ञ समिति ने सभी भक्तों, ग्रामीणों और आसपास के क्षेत्रों के श्रद्धालुओं से तन, मन और धन से सहयोग कर यज्ञ में शामिल होने की अपील की है ताकि सभी शिवशक्ति के आशीर्वाद से कृतार्थ हो सकें।
🛕 धार्मिक माहौल से गुंजायमान होगा पूरा क्षेत्र
लक्खी मंदिर परिसर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में इन दिनों भक्ति और श्रद्धा का माहौल व्याप्त है।
रात्रिकालीन भक्ति जागरण में शिव भजन, शक्ति स्तुति और आरती के कार्यक्रमों से वातावरण भक्तिमय बनेगा। स्थानीय लोग इस आयोजन को “टिकोरायडीह का सबसे बड़ा धार्मिक अनुष्ठान” बता रहे हैं। गांव के लोग सामूहिक रूप से श्रद्धालुओं के स्वागत, प्रसाद वितरण, यातायात व्यवस्था और साफ-सफाई में सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं।
🪔 समिति के पदाधिकारियों का कहना
समिति के अध्यक्ष सुबल किशोर ठाकुर ने बताया कि,
“यह शिवशक्ति महायज्ञ केवल धार्मिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि ग्राम एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक है। हम सभी भक्तों से आग्रह करते हैं कि वे आकर इस पुण्य अवसर का हिस्सा बनें।” वहीं, सचिव तुषार ठाकुर ने कहा कि यज्ञ के माध्यम से समाज में धार्मिक चेतना, नैतिकता और सकारात्मक सोच को बढ़ावा मिलेगा।
🌸 कथा वाचिका पंडित गौरांगी गौरी करेंगी प्रवचन
इस महायज्ञ की विशेषता यह रहेगी कि हर शाम प्रसिद्ध कथा वाचिका पंडित गौरांगी गौरी अपने ओजस्वी वचनों से भगवान राम, माता सीता और भगवान शिव की महिमा का वर्णन करेंगी।
उनकी कथा सुनने के लिए आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचने की संभावना है।
🌼 शिवभक्ति में डूबेगा टिकोरायडीह
देवघर जिले को पहले से ही ‘बाबाधाम नगरी’ के नाम से जाना जाता है, और अब टिकोरायडीह गांव भी भक्ति की नई पहचान बनने जा रहा है।
सप्ताहभर चलने वाले इस श्री श्री 1008 शिवशक्ति महायज्ञ में श्रद्धालु शिव, शक्ति और भक्ति के अद्भुत संगम का अनुभव करेंगे।
✨ निष्कर्ष
देवघर जिले का टिकोरायडीह गांव आने वाले दिनों में भक्ति, श्रद्धा और अध्यात्म का केंद्र बनने जा रहा है।
9 नवंबर की कलश यात्रा से शुरू होकर 16 नवंबर के प्रसाद वितरण तक चलने वाला शिवशक्ति महायज्ञ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में एकता, भक्ति और सकारात्मकता का संदेश देने वाला उत्सव होगा। देवघर की धरती एक बार फिर शिवमय होने को तैयार है।









