
दिशुम गुरु शिबू सोरेन के निधन पर सारवां में शोक सभा आयोजित
पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने की शिबू सोरेन को भारत रत्न दिए जाने की मांग
देवघर। झारखंड आंदोलन व झारखंड अलग राज्य के पुरोधा पूर्व मुख्यमंत्री सह राज्यसभा सांसद शिबू सोरेन के निधन पर सोमवार को जिले के सारवां में शोक सभा आयोजित की गई। जिसमें सूबे के पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सहित अन्य लोग शामिल हुए। मौके पर उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन धारण कर शिबू सोरेन को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। साथ ही उनकी आत्मा को शांति प्रदान करने की कामना ईश्वर से की। मौके पर उपस्थित लोगों ने शिबू सोरेन अमर रहे का नारा भी लगाया। इस दौरान शिबू सोरेन के पार्थिव शरीर का दर्शन करने रांची जा रहे पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने शोक सभा में श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शिबू सोरेन का परलोक गमन की खबर से मुझे ही नहीं बल्कि झारखंड को अपूर्णीय क्षति हुई है। वह हमारे ही पिता समान नहीं बल्कि झारखंड के पिता थे।

झारखंड आंदोलन व अलग राज्य बनाने में शिबू सोरेन का अहम योगदान है। वह दलित, शोषित और गरीब सहित आदिवासी वर्ग के मसिहा थे। महाजनी प्रथा को लेकर उन्होंने छोटानागपुर के रास्ते संथाल परगना में आंदोलन छेड़ा और उन्हें महाजनों के चंगुल से मुक्त कराया था। दिशुम गुरु शिबू सोरेन के योगदान को झारखंड कभी नहीं भुला सकता है। वह हम सबों के मार्गदर्शक थे। साथ ही केंद्र सरकार में भी मंत्री रहे थे। मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि दिशुम गुरु शिबू सोरेन को मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाए। मौके पर कांग्रेस के अनिल राउत, भीम राउत, सुधांशु शेखर सिंह छोटू, कारू पोद्दार, सुनीता देवी , रिटायर्ड आर्मी दिवाकर मिश्रा लखनऊ, बालकिशोर यादव, पप्पू रजक, कारू रजक, परमेश्वर राउत, पप्पू सिंह, लालू रजक, गणेश पांडेय सहित अन्य लोग उपस्थित थे।










