
एएस महाविद्यालय का 56 वां स्थापना दिवस मनाया गया
शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी अनवरत महाविद्यालय को आगे बढ़ाने में प्रयत्नरत रहते है: प्राचार्य
देवघर। गुरुवार को एएस महाविद्यालय देवघर के कला संकाय के हॉल नम्बर 1 में महाविद्यालय का 56 वां स्थापना दिवस मनाया गया। मौके पर प्राचार्य डॉ त्रिपुरारी प्रसाद सिंह ने दीप प्रज्वलित और श्रीश्री अनुकुल चन्द्र ठाकुर तथा इस कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य डॉ हरिबल्लभ नारायण को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कार्यक्रम की शुरूआत की। कार्यक्रम की शुरुआत कुलगीत से की गई। कॉलेज के प्राचार्य डॉ त्रिपुरारी प्रसाद सिंह ने कहा कि सर्वप्रथम मैं सिदो, कान्हू,चांद, भैरव,फूलों, झानों के साथ साथ श्री श्री अनुकुल चन्द्र ठाकुर और इस महाविद्यालय के संस्थापक प्राचार्य डॉ हरिबल्लभ नारायण को नमन करता हूं। हमारा महाविद्यालय नैक में इस विश्वविद्यालय में अव्वल यानि बी + है। हमारे महाविद्यालय में सारे शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी अनवरत कॉलेज को आगे बढ़ाने में प्रयत्नरत रहते है, जिसपर हमें गर्व होता है। प्राध्यापक डॉ अशोक कुमार ने बताया कि स्थापना काल के समय इस कॉलेज को संध्या कॉलेज के नाम से जाना जाता था। इसका नाम अमरद्युति संध्या महाविद्यालय के नाम से जाना जाता था। कॉलेज को आगे बढ़ाने में सत्संग आश्रम ने अहम भूमिका निभाई। डॉ अरविन्द कुमार झा ने बताया कि इस महाविद्यालय की स्थापना 31 जुलाई 1969 में हुई थी और अंगीभूत 1980 में हुई। कॉलेज के प्रधान सहायक धीरेंद्र राय ने स्थापना काल से संबंधित बातों को बताया। डॉ अभय कुमार सिंह ने सत्संग में होने वाली प्रार्थना को गाया। मंच संचालन करते हुए डॉ नन्दन किशोर द्विवेदी ने एएस महाविद्यालय परिवार और देवघर से जुड़े बातों को विस्तार पूर्वक बताया। इस 56 वे स्थापना दिवस कार्यक्रम में कॉलेज के सभी प्राध्यापक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। जिसमें डॉ जानकी नन्दन सिंह, प्रो पायल प्रियदर्शिनी, डॉ पुष्पलता, डॉ किरण पाठक, डॉ अशोक कुमार, डॉ रंजीत कुमार बरनवाल, प्रो अनिल कुमार, डॉ राणा प्रताप सिंह, डॉ अरविन्द कुमार झा, डॉ वत्सला पन्ना के अलावे बीएड, बीबीए, बीसीए,बीलिंब और आवश्कता आधारित शिक्षक भी मौजूद रहे। शिक्षकेत्तर कर्मचारी में भगवानजी झा,धीरेन्द्र राय,सोम विश्वास,सुनील वर्मा,अमित परवे, राजीव,दीपक,ललित मिश्रा, सिकन्दर उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन डॉ जानकी नन्दन सिंह ने किया और अन्त में राष्ट्रगान जन गण मन से कार्यक्रम समाप्त की गई।
एएस कॉलेज स्थापना दिवस का फीका आयोजन: युवराज सिंह
गुरुवार को स्थानीय एएस कॉलेज में कॉलेज का 56वां स्थापना दिवस केवल औपचारिकता के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम कला संकाय के कक्ष संख्या 1 में संपन्न हुआ। जिसमें छात्र हितों की पूरी तरह अनदेखी की गई। उक्त आरोप अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक युवराज सिंह ने लगाया है। उन्होंने कहा कि कॉलेज प्रशासन ने 2021 के पुराने बैनर का ही उपयोग किया। जबकि शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए बिसलेरी पानी, कोजी स्वीट्स का नाश्ता और चाय की समुचित व्यवस्था की गई थी। इसके बावजूद एक नया बैनर भी नहीं बनवाया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आगे कहा कि आज के कार्यक्रम में कॉलेज के मात्र 10 विद्यार्थी ही उपस्थित रहे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि छात्रों को इस कार्यक्रम से जोड़ा ही नहीं गया। इससे पूर्व स्थापना दिवस भव्य रूप से धूमधाम के साथ मनाया जाता था, लेकिन इस बार किसी प्रकार का कोई भी सांस्कृतिक या छात्रोन्मुख कार्यक्रम नहीं रखा गया। पूर्व कॉलेज अध्यक्ष कुंदन लाल यादव ने कहा कि इस तरह का छात्रों के साथ गलत व्यवहार छात्र कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर इसी तरह कॉलेज प्रशासन का रवैया रहा तो उसके खिलाफ आगे आंदोलन किया जाएगा। कॉलेज अध्यक्ष दीपक कुमार ने कहा कि कॉलेज की वर्तमान स्थिति दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है और छात्र हितों की लगातार अनदेखी की जा रही है। यह स्थिति अत्यंत चिंताजनक है। एबीवीपी मांग करती है कि कॉलेज प्रशासन छात्रों को प्राथमिकता दे, और ऐसे आयोजनों में उनकी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करे।









