
रिखिया में खुलेगा 150 बेड का अत्याधुनिक मल्टीस्पेशलिटी प्राइवेट अस्पताल
युवा समाजसेवी व आजसू जिला अध्यक्ष आदर्श लक्ष्य ने नमिता बसु हॉस्पिटल को अगले साल शुरू करने का लिया संकल्प फोटो
देवघर। जिले के मोहनपुर प्रखंड के रिखिया में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव आने वाला है। यहां 150 बेड का अत्याधुनिक मल्टीस्पेशलिटी प्राइवेट अस्पताल नमिता बसु हॉस्पिटल के नाम से शुरू किया जाएगा। हॉस्पिटल के प्रोपराइटर सह युवा समाजसेवी आजसू जिला अध्यक्ष आदर्श लक्ष्य द्वारा इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए उपयुक्त जमीन का चयन और चिह्नांकन का कार्य पूरा कर लिया गया है। जल्द ही अस्पताल का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर शुरू किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि इस परियोजना का उद्देश्य देवघर और आसपास के ग्रामीण व शहरी इलाकों को उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। यहां मरीजों के लिए हृदय रोग, न्यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, आर्थोपेडिक, स्त्री एवं प्रसूति रोग, बाल रोग, कैंसर उपचार समेत कई उन्नत विभाग स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ ही 24 घंटे इमरजेंसी सेवाएं, आईसीयू, एनआईसीयू, डायलिसिस यूनिट, ब्लड बैंक और एडवांस डायग्नोस्टिक लैब जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। अस्पताल का निर्माण आधुनिक वास्तुकला के तहत किया जाएगा, जिसमें मरीजों और उनके परिजनों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। पूरे परिसर को हरित और स्वच्छ बनाए रखने के लिए पर्यावरण के अनुकूल तकनीकों का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही, मरीजों के आराम के लिए पर्याप्त पार्किंग, कैंटीन, फार्मेसी और प्रतीक्षालय की भी व्यवस्था की जाएगी।

रोजगार के नए अवसर खुलेंगे
अस्पताल के खुलने से क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। प्रशासन का कहना है कि यहां डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, तकनीशियन, प्रशासनिक कर्मचारी और अन्य सेवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर भी नियुक्ति की जाएगी। यह कदम न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगा बल्कि स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगा।
स्वास्थ्य पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
देवघर पहले से ही एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल है। नमिता बसु हॉस्पिटल के खुलने से यहां स्वास्थ्य पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। अब लोगों को बेहतर इलाज के लिए बड़े शहरों में भटकना नहीं पड़ेगा, बल्कि देश के विभिन्न हिस्सों से भी मरीज यहां आ सकेंगे।
स्थानीय लोगों की उम्मीदें
स्थानीय लोग इस पहल का स्वागत कर रहे हैं। उनका कहना है कि इस अस्पताल के निर्माण से लंबे समय से महसूस की जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की कमी पूरी होगी। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अक्सर इलाज के लिए भागलपुर, रांची या पटना जाते हैं, लेकिन इस अस्पताल के बाद उन्हें बेहतर सुविधा नजदीक ही उपलब्ध हो सकेगी। अस्पताल प्रबंधन का लक्ष्य अगले साल के भीतर निर्माण कार्य पूरा कर इसे मरीजों के लिए खोलने का है।









