
झारखंड से गौरव: वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह बने भारत सरकार के उप सॉलिसिटर जनरल: धनबाद का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन
धनबाद। भारत के न्यायिक इतिहास में एक और सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। झारखंड हाई कोर्ट में भारत सरकार द्वारा वरिष्ठ अधिवक्ता धनबाद के पूर्व सांसद पशुपति नाथ सिंह के पुत्र प्रशांत कुमार सिंह को डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया नियुक्त किया गया है। यह न केवल झारखंड के लिए, बल्कि पूरे देश के कानूनी समुदाय के लिए गर्व का विषय है। सबसे ख़ास बात यह है कि धनबाद के किसी अधिवक्ता को पहली बार भारत सरकार के कानून मंत्रालय द्वारा इस प्रतिष्ठित पद पर नियुक्त किया गया है।
धनबाद से पहली बार डिप्टी सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया बनने का गौरव
धनबाद, जिसे कोयले की राजधानी कहा जाता है, अब कानूनी जगत में भी अपनी नई पहचान बना रहा है।वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह जी ने वर्षों की कड़ी मेहनत, अथक समर्पण और न्याय व्यवस्था के प्रति अपनी निष्ठा से यह सिद्ध किया है कि लगन और ईमानदारी से किया गया प्रयास कभी व्यर्थ नहीं जाता।
उनकी नियुक्ति से झारखंड के साथ-साथ धनबाद के अधिवक्ताओं में भी खुशी की लहर दौड़ गई है। यह पद केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि धनबाद अधिवक्ता समुदाय की सामूहिक मेहनत और पहचान का प्रतीक बन गया है।
भारत सरकार और कानून मंत्रालय के प्रति आभार
इस गौरवपूर्ण क्षण पर पूर्व सांसद पशुपति नाथ सिंह सिंह ने हृदय से भारत सरकार और कानून मंत्रालय का आभार व्यक्त करता हूँ, जिन्होंने मेरे ज्येष्ठ पुत्र श्री प्रशांत कुमार सिंह को इस ऐतिहासिक जिम्मेदारी के योग्य समझा।
उनकी नियुक्ति भारत सरकार के उस विश्वास को दर्शाती है, जो उन्होंने झारखंड की न्यायिक प्रतिभाओं पर जताया है। यह पद केवल एक उपाधि नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय दायित्व है: जहां देश के हित, संविधान की मर्यादा और न्याय की भावना सर्वोपरि रहती है।
प्रशांत कुमार सिंह: एक समर्पित अधिवक्ता और न्यायप्रिय व्यक्तित्व
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह जी ने अपने लंबे करियर में न्यायालय में सैकड़ों जटिल मामलों को सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया है।
उनकी कानूनी समझ, विवेकपूर्ण दृष्टिकोण और न्याय के प्रति गहरी प्रतिबद्धता ने उन्हें इस मुकाम तक पहुँचाया है।
झारखंड हाई कोर्ट में उनके योगदान को हमेशा सराहा गया है: चाहे वह संवैधानिक मामलों में सटीक व्याख्या हो, या जनहित से जुड़े मुद्दों में न्याय की आवाज़ उठाना।
वे हमेशा कानून के प्रति निष्ठा, ग्राहकों के प्रति पारदर्शिता और न्याय के प्रति समर्पण के लिए जाने जाते हैं।
बार काउंसिल ऑफ इंडिया में ऐतिहासिक उपलब्धि
प्रशांत कुमार सिंह की एक और बड़ी उपलब्धि यह है कि धनबाद के अधिवक्ता पहली बार बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में चुने गए हैं।
यह भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, जिसने धनबाद की कानूनी बिरादरी को राष्ट्रीय मंच पर स्थापित किया है।
इस जीत ने न केवल धनबाद की प्रतिष्ठा बढ़ाई है, बल्कि झारखंड के युवाओं को भी यह संदेश दिया है कि अगर लक्ष्य स्पष्ट हो और मेहनत निरंतर, तो कोई भी मंज़िल असंभव नहीं होती।
परिवार का गौरव और प्रेरणा का स्रोत
पूर्व सांसद पशुपति नाथ सिंह ने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे परिवार के दोनों पुत्रों ने अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता का परिचय दिया है।
जहाँ मेरे ज्येष्ठ पुत्र वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह जी को भारत सरकार का उप सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया बनने का गौरव प्राप्त हुआ है, वहीं मेरे कनिष्ठ पुत्र श्री प्रवीर प्रियदर्शी जी ने देश और विदेश के कई प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवा देकर अपने कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।
वर्तमान में वे भारत की सबसे बड़ी IT कंपनी, टाटा इन्फोटेक में वरिष्ठ पदाधिकारी के रूप में कार्यरत हैं।
उनकी प्रोफेशनल दक्षता और तकनीकी नेतृत्व ने परिवार के साथ-साथ क्षेत्र का भी नाम रोशन किया है।
झारखंड और धनबाद के युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत
प्रशांत कुमार सिंह जी की यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह बताती है कि अगर मेहनत सच्ची हो, तो किसी भी छोटे शहर से बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं।
उनका सफर यह भी दर्शाता है कि कानूनी शिक्षा और ईमानदारी के साथ कार्य करने वाला व्यक्ति देश की न्याय प्रणाली में अहम भूमिका निभा सकता है।
समाज और न्याय व्यवस्था के प्रति समर्पण
वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह ने हमेशा अपने कार्यों से समाज में न्याय की भावना को सशक्त किया है। वे मानते हैं कि “न्याय केवल कानून का पालन नहीं, बल्कि समाज के प्रति उत्तरदायित्व का निर्वाह भी है।” उनकी यह सोच ही उन्हें दूसरों से अलग बनाती है।
उप सॉलिसिटर जनरल ऑफ इंडिया के रूप में उनका मुख्य कार्य भारत सरकार का पक्ष न्यायालय में प्रभावशाली और संविधानसम्मत ढंग से प्रस्तुत करना होगा और हमें पूर्ण विश्वास है कि वे इस दायित्व को निष्ठा और ईमानदारी के साथ निभाएँगे।
निष्कर्ष: गर्व, कृतज्ञता और नई शुरुआत
यह क्षण न केवल मेरे परिवार के लिए, बल्कि पूरे धनबाद और झारखंड के लिए गौरवपूर्ण है।
मैं एक पिता के रूप में अत्यंत गौरवान्वित और भावनात्मक महसूस कर रहा हूँ कि मेरे पुत्रों ने अपने कर्म से समाज, राज्य और देश की सेवा में अपना योगदान दिया है।
मैं पुनः भारत सरकार, कानून मंत्रालय, और उन सभी शुभचिंतकों का आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने इस यात्रा में सहयोग दिया।
मेरी शुभकामनाएँ हैं कि वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत कुमार सिंह अपनी नई भूमिका में न्याय की लौ को और भी प्रखर करें और देश के कानूनी तंत्र में नई ऊँचाइयाँ स्थापित करें।









