बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय में योग्य पिता के योग्य पुत्र नामक पुस्तक का लोकार्पण

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बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय में योग्य पिता के योग्य पुत्र नामक पुस्तक का लोकार्पण

देवघर के महान सपूत थे स्व कृष्णानंद झा: योगेंद्र 

देवघर। बुधवार को स्थानीय लक्ष्मीपुर चौक स्थित बैद्यनाथ संस्कृत पुस्तकालय में एकीकृत बिहार के पूर्व मंत्री स्व कृष्णानंद झा की जीवनी पर आधारित योग्य पिता के योग्य पुत्र नामक पुस्तक का लोकार्पण किया गया। मौके पर पुस्तक के लेखक योगेंद्र झा ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि पुस्तक का नाम ही इसकी प्रेरणा है। योग्य पिता होना बहुत अच्छी बात है, लेकिन एक योग्य पुत्र बनना सौभाग्य की बात होती है। भारत वर्ष में जिस प्रकार डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पुत्र डॉ आशुतोष मुखर्जी, पंडित जवाहरलाल नेहरू पुत्र पंडित मोतीलाल नेहरू, डॉ गंगनाथ झा पुत्र डॉ अमरनाथ झा के उदाहरण दिए जाते हैं, क्योंकि जिस पद को पिता ने सुशोभित किया उसे उनके पुत्र ने भी सुशोभित किया।

वे सचमुच में देवघर के महान सपूत थे

इसी प्रकार बिहार व झारखंड से भी देवघर के पंडित विनोदानंद झा व उनके पुत्र कृष्णानंद झा के बारे में भी देखा गया है कि वे सचमुच में देवघर के महान सपूत थे। यह पुस्तक कृष्णानंद झा  के सामाजिक व शैक्षणिक कार्यों में उनके द्वारा किये गये विकास कार्यों के लिए लिखा गया है। उनका व्यक्तिगत जीवन पर विशेष ध्यान न देकर उनके सामाजिक व राजनीतिक क्रिया कलापों के साथ ही उनकी स्वभाव, लोगों से संबंध, मानवीय प्रेरणा, दया, सहानुभूति आदि विषयों का वर्णन है। इसके अतिरिक्त और भी विशेष जानकारी पुस्तक में मिलेगी। पुस्तक की रचना में देवघर के युवा लेखक हिमांशु झा का भी योगदान है। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में स्व. कृष्णानंद झा के पुत्र अशोकानंद झा उपस्थित थे। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में राजभाषा विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी विश्वनाथ झा समेत रमेश बाजला, गिरिजा शंकर फलाहारी व पन्नालाल मिश्र मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन हिमांशु झा व धन्यवाद ज्ञापन पुस्तक के लेखक योगेंद्र झा ने किया।

Baba Wani
Author: Baba Wani

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