
बाबा मंदिर थाना में एफआईआर दर्ज होने के बाद गिरफ्तारी देने थाना पहुंचे सांसद डॉ निशिकांत दुबे
पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया का हवाला देते गिरफ्तारी लेने से किया इंकार, समर्थकों के साथ वापस लौटे सांसद
देवघर। गोड्डा लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ निशिकांत दुबे, सांसद सह भोजपुरी सिनेमा जगत के सुपरस्टार मनोज तिवारी, सांसद मनोज तिवारी के सचिव व अभयानंद झा सहित अन्य के खिलाफ बाबा मंदिर में जबरन पूजा अर्चना करने को लेकर स्थानीय बाबा मंदिर थाना में एफआईआर होने के बाद वह अपने समर्थकों के साथ शनिवार को बाबा मंदिर थाना पहुंचे। बाबा मंदिर थाना पहुंचने के बाद कानूनी प्रक्रिया के तहत उन्होंने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन जब भी उन्हें बुलाएगा।

वो हमेशा प्रशासन के सामने मौजूद रहेंगे क्योंकि वो कोई भगोड़ा नहीं हैं। उन्होंने कहा कि वह कानून बनाते हैं और कानून का सम्मान करना उनका धर्म और वह अपने धर्म को निभाने से कहीं भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें जैसे ही पता चला कि उनके ऊपर एफआईआर हुआ है। वह सीधा बाबा मंदिर थाना पहुंचे लेकिन यहां पर अभी तक कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है।जिस वजह से वह पुलिस की अनुमति के बाद वापस लौट रहे हैं। कल शुक्रवार को कोर्ट में एफआईआर भेजा गया है, जो अब तक स्वीकार नहीं किया गया है। उन्होंने राज्य सरकार और जिला प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि यह सरकार व्यक्तिगत दुर्भावना से उन्हें परेशान करने की कोशिश कर रही है। लेकिन वह बैद्यनाथ धाम के आशीर्वाद से यह घोषणा करते हैं कि आने वाले समय में यहां की राज्य सरकार और जिला प्रशासन को उनकी गलती का एहसास करवाएंगे और करारा जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि वह एक सांसद है और धारा 105 के तहत उन्होंने यहां के डीजीपी, मुख्य सचिव, देवघर डीसी और एसपी के खिलाफ पार्लियामेंट में सवाल उठाया है।

जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी। अब दिल्ली में ही इन सभी अधिकारियों से सवाल पूछे जाएंगे। बता दें कि सांसद निशिकांत दुबे पर मंदिर के पंडा कार्तिक ठाकुर ने मंदिर थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए यह कहा है कि 2 अगस्त को सांसद निशिकांत दुबे और सांसद मनोज तिवारी नियम को ताक पर रखकर निकासी द्वार से मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाते हुए यह शिकायत किया है कि मंदिर के निकास द्वार से जबरन प्रवेश करने के कारण सुरक्षा व्यवस्था बाधित हुई थी और पूजा में भी व्यवधान हुआ था।









