हाईटेंशन की चपेट में आने से अभिलेश नामक युवक की मौत

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हाईटेंशन की चपेट में आने से अभिलेश नामक युवक की मौत

शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देने गांव पहुंचे पूर्व कृषि मंत्री 

घटना दुखद, मृतक के आश्रित को नियमानुसार दिलाया जाएगा मुआवजा: बादल 

देवघर। रविवार की देर शाम हाईटेंशन तार की चपेट में आने से जिले के सारवां थाना क्षेत्र के सुडियाडीह गांव निवासी कमलाकांत झा के 32 वर्षीय पुत्र अभिलेश झा उर्फ मोनू झा का निधन हो गया। इस घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई। घटना के संबंध में बताया जाता है कि गांव में आज मनसा पूजा था और दिन भर बारिश होती रही। इस दौरान शाम 6 बजे के आसपास अभिलेश झा पेड़ से पत्ता तोड़ने के लिए गया तो वह हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया।  जिससे घटनास्थल पर ही वह बेहोश होकर गिर पड़ा। इसके बाद परिवार व गांव के लोग उसे इलाज के लिए मेधा हेल्थ केयर प्राइवेट लिमिटेड कुंडा व त्रिदेव हॉस्पिटल देवघर ले गए जहां से परिजनों को अभिलेश को तत्काल सदर अस्पताल ले जाने की सलाह चिकित्सकों ने दी। सदर अस्पताल पहुंचने के बाद चिकित्सकों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना की खबर सुनकर शोकाकुल परिजनों को सांत्वना देने के लिए सूबे के पूर्व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख सुड़ियाडीह गांव पहुंचे और मृतक के पिता कमलाकांत झा व अन्य परिजनों से मिलकर सांत्वना देते हुए ढ़ाढस बंधाया। साथ ही घटना को दुखद बताते हुए इस दुःख की घड़ी में परिजनों के साथ हमेशा खड़ा रहने की बात कही। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से व आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ इरफान अंसारी से बात कर नियमानुसार आपदा प्रबंधन विभाग से मुआवजा दिलाने की भी बात कही है। फिलहाल मृतक का शव सदर अस्पताल के शवगृह में बैद्यनाथ धाम ओपी पुलिस की निगरानी में पड़ा हुआ है, उसका कल सोमवार को पोस्टमार्टम किए जाने के बाद सदर अस्पताल प्रबंधन शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौपेंगा। जिसके बाद दासडीह के अजय नदी के सती घाट में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

पिता के शब्द से आंखें नमन, वातावरण शांत, पत्नी की आंख से टपकता आंसू और मुंह से निकले शब्द सबों को झकझोर रहा था

फिलहाल घटना से गांव में शोक का माहौल है और परिजनों का रो-रो कर हाल बुरा है। मृतक अपने पीछे धर्मपत्नी, एक पुत्र, माता पिता व एक छोटे भाई सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। मृतक के घर में रिश्तेदार, शुभचिंतक व ग्रामीणों का आना जाना लगा हुआ है। मृतक की पत्नी व मां के आंख के आंसू थम नहीं रहा है। दोनों महिला को अन्य महिलाएं ईलाज किए जाने की सांत्वना देते हुए संभालने में जुटी है। हर कोई की आंखें नमन है। सब यह चर्चा कर रहे हैं कि अभिलेश झा उर्फ मोनू हर कोई के सुख दुःख में साथ देता था। दोनों पुत्र अब हमें हिम्मत देता था, अभिलेश हमें संभालने काम करता था, ईश्वर ने हमारे नसीब में फिर दुःख दे दिया है पिता के मुंह से निकला यह शब्द सुन लोगों की आंखें नमन हो गई और वातावरण शांत हो गया। वहीं पत्नी की आंखों से टपकता आंसू और हमारा फोटो क्यों ले रहा है… मुंह से निकला यह शब्द सबों को झकझोर दे रहा था और माहौल गमगीन हो गया। लोगों जुबान पर एक ही चर्चा थी कि अब नन्हे बच्चे व पत्नी को कौन संभालेगा…।

Baba Wani
Author: Baba Wani

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