
आईआईटियन पिता व गोल्ड मेडलिस्ट माता की प्रेरणा व शिक्षकों का मेहनत आया काम
देवघर के भव्यम शंकर ने जेईई एडवांस में किया शानदार प्रदर्शन
हासिल की 2885वीं जनरल रैंक और 274 वीं कैटेगरी रैंक
देवघर। देवघर के भव्यम शंकर ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) एडवांस 2025 में असाधारण प्रदर्शन करते हुए सामान्य वर्ग में 2885वीं रैंक और अपनी श्रेणी में 271वीं रैंक हासिल किया है। यह उपलब्धि उनकी कठिन मेहनत, दृढ़ संकल्प और उनके परिवार की प्रेरणादायक विरासत का जीवंत प्रमाण है। जेईई एडवांस भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली विश्व की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। जिसमें इस वर्ष लगभग 1.87 लाख उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया। भव्यम की यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि उनके परिवार, शिक्षकों और देवघर के लिए गौरव का क्षण है। भव्यम के पिता रवि शंकर स्वयं एक प्रतिष्ठित आईआईटियन और सेवानिवृत्त मिसाइल वैज्ञानिक हैं। जिनकी प्रेरणा और मार्गदर्शन ने भव्यम को अनुशासन और उत्कृष्टता की राह पर चलने के लिए प्रेरित किया। उनकी माता एकता रानी, एक गोल्ड मेडलिस्ट हैं, जिनके शैक्षणिक मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने भव्यम को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्राप्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। साथ ही उनके दादा-दादी विष्णु प्रसाद चौधरी एवं मारुति देवी ने भी भव्यम को नैतिक और भावनात्मक समर्थन प्रदान कर उनकी इस यात्रा को और सशक्त बनाया। भव्यम ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और शिक्षकों को देते हुए कहा मेरे पिता की वैज्ञानिक दृष्टि और माताजी की शैक्षणिक प्रेरणा ने मुझे हमेशा आगे बढ़ने की ताकत दी। मेरे दादा-दादी का आशीर्वाद और शिक्षकों का मार्गदर्शन मेरे लिए अनमोल रहा। यह मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा है। कल 1 जून को आईआईटी कानपुर द्वारा आयोजित जेईई एडवांस का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। जिसमें भव्यम की इस उपलब्धि ने उन्हें देश के शीर्ष इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए योग्य बनाया है। उनकी यह सफलता न केवल उनके उज्ज्वल भविष्य की नींव रखती है, बल्कि अन्य छात्रों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण स्थापित करती है। भव्यम अब जोसा की काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेंगे, जहां वे अपनी रुचि और रैंक के आधार पर देश के प्रतिष्ठित आईआईटी में दाखिला लेने की दिशा में आगे बढ़ेंगे। भव्यम की पढ़ाई की कहानी भी बहुत प्रेरणादायक है। उन्होंने 10वीं आरमित्र प्लस टू विद्यालय देवघर से उत्तीर्ण किया और डीएस प्लस टू स्कूल रिखिया से इंटर साइंस वार्षिक परीक्षा 2025 में 429 मार्क्स लाकर विद्यालय का टॉपर बना। उन्हें दोनों ही स्कूल के शिक्षकों का आशीर्वाद और योगदान समय-समय पर मिलता रहा।









