
गायत्री परिवार का नशामुक्त भारत अभियान,
विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर चलाया गया जन जागरण अभियान
देवघर। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर 31 मई शनिवार को गायत्री परिवार द्वारा नशामुक्त भारत अभियान का संचालन 20 चयनित केन्द्रों से किया गया। इस जनजागरण अभियान के जिला समन्वयक वरूण कुमार के मार्गदर्शन तथा मुख्य ट्रस्टी देवनारायण रजक के सामंजस्य से संपन्न हुआ। कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जिला उपसमन्वयक उमाकान्त राय ने बताया कि ऐसे आयोजन का उद्देश्य शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकतम घरों के व्यक्तियों से संपर्क हो। ठेला चालक, टैंपू चालक से लेकर चौक चौराहों पर प्रिंटेड पंपलेट, बैनर, नशामुक्ति संगीत एवं नशा मुक्ति नारे के माध्यम से नशा के कुप्रभाव को बताया गया। साथ ही नशा से मुक्ति के लिए प्राणायाम, सूर्य-नमस्कार एवं गायत्री मंत्र जप को सार्थक बताया गया।

उन्होंने कहा कि नशा इतनी अपवित्र वस्तु है, जो मानव को दानव बना देती है। नशा हमारे राष्ट्र की सभ्यता संस्कृति एवं मानवता पर कलंक है। तंबाकू, शराब, गुटखा, मादक औषधियां मित्र के रूप में हमारे शरीर में प्रवेश करती है और शत्रु बनकर हमें मार डालती है। गायत्री शक्तिपीठ डाबरग्राम, जसीडीह , बेलाबगान, टावर चौक, करनीबाग, मधुपुर, सारठ, सारवां आदि 20 केन्द्रों से नशामुक्त जनजागरण अभियान चलाया गया। अग्रदूत की भूमिका निभाते हुए रतन भरद्वाज, बंशीधर सिंह, केदारनाथ शास्त्री, ब्रह्मचारी ज्ञान प्रकाश, मिलन कुमारी, अनुपमा देवी, निशा देवी, रेणु देवी, अनिता सिन्हा, राधा भारती आदि ने अभियान को जन जन तक पहुंचा कर सफल बनाया।









