योग अब केवल भारत की परंपरा नहीं, बल्कि विश्व की साझा सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है: रीता चौरसिया

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

विश्व योग दिवस पर सखी सहेली की ओर से बहनों को कराया गया योगाभ्यास 

योग अब केवल भारत की परंपरा नहीं, बल्कि विश्व की साझा सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है: रीता चौरसिया 

देवघर। शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर सखी सहेली की संरक्षक रीता चौरसिया के आवास पर योग की योग शिक्षिका एवं सखी सहेली की सदस्य विजया सिंह ने सखी सहेली की बहनों को योगाभ्यास कराया। मौके पर उन्होंने कहा कि योग स्वस्थ शरीर और संतुलित मन का आधार है। योग एक ऐसा मार्ग है, जो जीवन में अनुशासन शांति एवं ऊर्जा का संचार करता है। सखी सहेली की संरक्षक रीता चौरसिया ने बहनों को योग के प्रति जागरुक करते हुए कहा कि हम सब मिलकर योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं तथा स्वस्थ सशक्त एवं सकारात्मक भारत के निर्माण में अपना योगदान दे। उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आज आंतरिक शांति को वैश्विक नीति बनाने का आह्वान किया है। उन्होंने योग के माध्यम से वैश्विक साझेदारी का आग्रह किया। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 को आज भारत से लेकर अमेरिका तक पूरे उत्साह और समर्पण के साथ मनाया गया। लोगों ने योग के जरिए न सिर्फ तन और मन को संतुलित करने का संकल्प लिया, बल्कि स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने का संदेश भी दिया। योग आज करोड़ों लोगों के जीवन का हिस्सा बन चुका है। योग अब केवल भारत की परंपरा नहीं, बल्कि विश्व की साझा सांस्कृतिक धरोहर बन चुका है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से रीता चौरसिया, विजया सिंह, प्रज्ञा झा, अनीता राज, अलका सोनी, कुसुम सिंह, संध्या कुमारी, प्रीति कुमारी, वीणा मंडल, मौसमी मुखर्जी, लक्ष्मी देवी, गौरी कौर, प्रणव मित्रा, बबलू सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

Baba Wani
Author: Baba Wani

Leave a Comment

और पढ़ें