
मोहनपुर के जमुनिया उच्च विद्यालय 22 बच्चे फूड प्वाइजनिंग के शिकार
बीमार बच्चों का सदर अस्पताल देवघर में हो रहा है इलाज
देवघर। गुरुवार को जिले के मोहनपुर प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय जमुनिया में के पहले 16 बच्चे फूड प्वाइजनिंग से बीमार होने का मामला प्रकाश में आया है। इसके बाद बीमार बच्चों की संख्या में इजाफा हुआ और 30 बच्चे इलाज के लिए अस्पताल पहुंच गए। जिसके बाद मेडिकल टीम ने 22 बच्चों को इलाज के लिए सदर अस्पताल देवघर भेज दिया। मेडिकल टीम के समक्ष बच्चों ने पेट दर्द, माथा दर्द, उल्टी चक्कर की बात कही। इस संबंध में बताया जाता है कि स्कूल में छुट्टी होने के बाद बच्चे घर चले गये। जमुनिया टोला के एक अभिभावक मोटरसाइकिल में दो बच्चे को बैठाकर स्कूल पहुंचा। अभिभावक ने शिक्षक से शिकायत की बच्चों को उल्टी व सर दर्द हो रहा है। शिक्षक के द्वारा जमुनिया गांव में ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराया। जहां डॉक्टर ने दवा दी। उसके बाद शेष बच्चे इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया। ग्रामीणों ने इस घटना की जानकारी मोहनपुर सीएचसी प्रभारी को जानकारी दी। सूचना मिलते ही मेडिकल टीम जमुनिया गांव पहुंच गए। मेडिकल टीम में डॉक्टर अभिषेक कुमार, सीएचओ सारिका कुमारी, नर्स शैलेश टीना, पारामेडिकल शंकर तांती, सलामत अंसारी, सफाई कर्मी रामपरी स्कूल पहुंचे। विद्यालय में कुल 183 बच्चों में से 143 बच्चों ने भोजन कर एक घंटे तक विद्यालय में पढ़ाई की। छुट्टी के एक घंटे बाद अभिभावक के द्वारा दो बच्चे को उल्टी होने की बात को लेकर स्कूल पहुंच गए। इस दौरान बच्चों ने भोजन में छिपकली गिर जाने की बात गांव में अभिभावक को कहा। इस बात को लेकर बच्चों व अभिभावकों में अफरातफरी मच गयी।

भोजन में छिपकली गिरने की बात निराधार: प्रधानाध्यापक
इस बाबत विद्यालय के प्रधानाध्यापक सह सचिव विकास सिंह ने कहा कि 10:30 में बच्चों को भोजन कराकर 11:30 बजे तक पेंटिंग का कार्यक्रम किया गया। बच्चों की छुट्टी के बाद जमुनिया गांव के एक अभिभावक ने दो बच्चे को मोटरसाइकिल में बैठाकर स्कूल आए और कहा कि बच्चा उल्टी कर रहा है हम लोग तुरंत नजदीक में अस्पताल में इलाज कराया दोनों बच्चा ठीक हो गए। भोजन में किसी प्रकार की कोई छिपकली गिरने की बात नहीं है या भोजन सारे शिक्षक भी खाए हैं। विद्यालय में कुल 143 बच्चों ने इस भोजन को किया है। फुड प्वाइजन का कोई मामला नहीं है।
इस विषय में हमको कोई जानकारी नहीं: अध्यक्ष
विद्यालय के अध्यक्ष प्रदीप राय ने कहा कि भोजन बनाने की सामग्री लाकर बाहर निकल गए थे। वापस जब घर लौटे बच्चे बीमार होने की सूचना मिली। भोजन में क्या था इस विषय में हमको कोई जानकारी नहीं है।
फोन काट विद्यालय बंद कर फरार हो गए प्रधानाध्यापक: श्रीकांत
विद्यालय में फूड प्वाइजनिंग से बच्चों के बीमार होने की सूचना पर जेएमएम के प्रखंड उपाध्यक्ष श्रीकांत यादव विद्यालय पहुंचे। उन्होंने बताया कि जब ग्रामीण प्रधानाध्यापक सहित अन्य शिक्षकों से दुरभाष पर संपर्क कर इसकी शिकायत की तो प्रधानाध्यापक व अन्य शिक्षक ने स्वयं खाना खाने की बात कह फोन काट दिया और विद्यालय बंद कर फरार हो गए। फिलहाल इस संबंध में वरिय अधिकारी से फोन पर संपर्क करना चाहा तो संपर्क नहीं हो पाया है। बीमार बच्चों का इलाज जारी है। ग्रामीणों ने मीड डे मील में छिपकली गिरें होने की बात कही है।









