
भारत पाक के बीच बढ़ते तनाव को तीर्थ पुरोहितों द्वारा की गई विशेष पूजा
वीर सपूतों की शहादत को नमन, उनकी आत्मा की शांति व मां भारती को सुरक्षित रखने वाले सैनिकों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए किया बाबा बैद्यनाथ के मनोकामना लिंग पर जलार्पण व पूजन
देवघर। रविवार को बाबा बैद्यनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित चंद्रशेखर खवाड़े के नेतृत्व में मां भारती के वीर सपूतों की शहादत को नमन करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु व मां भारती को सुरक्षित रखने वाले सैनिकों की स्वास्थ्य रक्षा के लिए बाबा बैद्यनाथ के मनोकामना लिंग पर जलार्पण व पूजन करने के बाद यहां के तीर्थ पुरोहितों द्वारा एक विशेष हवन का आयोजन आचार्य ललन द्वारि के देख रेख में संपन्न हुआ। जिसमें यहां के सभी तीर्थ पुरोहितों और मंदिर में उपस्थित अन्य प्रदेशों से आए हुए भक्तों द्वारा आहुति अर्पित कर भारतीय सेना के शौर्य को बढ़ाने और शहीद सैनिकों की आत्मा की शांति के लिए बाबा बैद्यनाथ, माता पार्वती से प्रार्थना किया गया। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे पंडा धर्मरक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर खवाड़े ने बताया कि बाबा बैद्यनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित हमेशा देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत रहते हुए देश की सेवा में अपना सर्वस्व अर्पण करने वाले देश की सेना और ऐसे देशभक्त शासको के हित के लिए बाबा बैद्यनाथ से हमेशा प्रार्थना करते रहती है । देश में चल रहे भारत पाकिस्तान के बीच तनाव में पाकिस्तान के द्वारा सीजफायर का उल्लंघन कर भारत पर लगातार हमला करने की कोशिश को भारतीय सेना के द्वारा संयम और साहस के साथ पाकिस्तान को मुंहतोड जवाब दिया जा रहा है। भारतीय सैनिको के सम्मान उनके शौर्य को और अधिक संबलता हासिल हो इसी कामना के साथ बाबा मंदिर में हवन पुजन का आयोजन किया गया है। बाबा बैद्यनाथ सभी सैनिकों को सुरक्षित और स्वस्थ रखें तथा हमारे सैनिकों की शौर्य गाथा दुनिया के सभी देशों में गई जाए ऐसा संबल हमारे सैनिकों को बाबा बैद्यनाथ की प्रदान करें। पहलगाम हमले के बाद भारत द्वारा की गई जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान की ओर से की जाने वाली गोलाबारी से बने युद्ध के माहौल में शहीद हुए हमारे सैनिकों की आत्मा की शांति के लिए आज बाबा बैद्यनाथ जी के मनोकामना लिंग पर जलार्पण, पूजन तथा हवन किया गया। विशेष पूजा अर्चना कार्यक्रम को सफल बनाने में तीर्थ पुरोहित सोमेश पंडित, प्रभाकर शांडिल्य, राजा जजवड़े, बबलु तिवारी, मोहन पंडित, मंगल चरण, बब्बू खवाड़े, नवनाथ प्रसार, राजा, ललन सहित अन्य पुरोहितों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।









