उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बच्चों को बताया आदर्श विद्यार्थी बनने का मंत्र, व्यक्तित्व विकास, कम्युनिकेशन स्किल और सोशल मीडिया के सही उपयोग पर दिया जोर

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उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बच्चों को बताया आदर्श विद्यार्थी बनने का मंत्र, व्यक्तित्व विकास, कम्युनिकेशन स्किल और सोशल मीडिया के सही उपयोग पर दिया जोर

 

जीवन में अच्छा इंसान और जिम्मेदार नागरिक बनना ही शिक्षा का उद्देश्य : उपायुक्त

 

बच्चों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और सृजन क्षमता विकसित करना सबकी साझा जिम्मेदारी

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देवघर: उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बच्चों को बताया आदर्श विद्यार्थी बनने का मंत्र

 

देवघर के संत जोसेफ स्कूल में एलुमिनियम जुबली कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने बच्चों को व्यक्तित्व विकास, कम्युनिकेशन स्किल, खेल और सोशल मीडिया के सही उपयोग पर जागरूक किया।

 

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देवघर। शनिवार को देवघर के प्रतिष्ठित संत जोसेफ स्कूल में आयोजित एलुमिनियम जुबली कार्यक्रम में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसके बाद विभिन्न वर्गों के विद्यार्थियों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। बच्चों की प्रस्तुतियों ने न केवल दर्शकों को अभिभूत किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि विद्यालय छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है।

 

अपने संबोधन में उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने कहा कि इस तरह के शैक्षणिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम बच्चों में रचनात्मकता, तार्किक सोच, आत्मविश्वास और कम्युनिकेशन स्किल को मजबूत करते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे केवल अकादमिक सफलता तक सीमित न रहें, बल्कि आदर्श विद्यार्थी बनकर जीवन में एक अच्छा इंसान और जिम्मेदार नागरिक बनने का लक्ष्य तय करें।

 

उपायुक्त ने कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य बच्चों को समाज के प्रति संवेदनशील बनाना है। जब विद्यार्थी अपने कर्तव्यों को समझते हुए आगे बढ़ते हैं, तभी वे देश और समाज के लिए उपयोगी नागरिक बन पाते हैं। उन्होंने बच्चों में वैज्ञानिक सोच, नवाचार और सृजन क्षमता के विकास पर विशेष जोर देते हुए कहा कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए यही गुण सबसे अधिक सहायक होंगे।

 

अभिभावकों की भूमिका को बताया अहम

 

कार्यक्रम के दौरान उपस्थित अभिभावकों को देखकर उपायुक्त ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि बच्चों के जीवन में अभिभावकों का नैतिक समर्थन सबसे बड़ा संबल होता है। उन्होंने कहा कि माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों के साथ संवाद बनाए रखें और उनके कैरियर चयन में उनकी रुचि को प्राथमिकता दें।

उपायुक्त ने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि किसी बच्चे की रुचि संगीत में है तो मंच बड़ा हो या छोटा, बिना हिचकिचाहट के आगे बढ़ना चाहिए। इसी तरह यदि खेल में रुचि है तो उस दिशा में पूरी लगन से प्रयास करें। बच्चों को अपना लक्ष्य अभी से तय कर लेना चाहिए और उसे पाने के लिए निरंतर संघर्ष करना चाहिए।

 

सोशल मीडिया के सही उपयोग पर दी सीख

 

अपने संबोधन में उपायुक्त ने बच्चों को सोशल मीडिया के सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलुओं से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया आज के समय में ज्ञान और अवसरों का बड़ा माध्यम है, लेकिन इसका गलत उपयोग बच्चों के भविष्य को नुकसान भी पहुंचा सकता है।

उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल सीखने, रचनात्मकता बढ़ाने और सकारात्मक संवाद के लिए करें, न कि समय बर्बाद करने या नकारात्मक तुलना में उलझने के लिए। साथ ही उन्होंने समय के सदुपयोग पर बल देते हुए कहा कि समय सबसे मूल्यवान संपत्ति है, जिसे सही दिशा में लगाने से जीवन में सफलता निश्चित होती है।

 

तुलना से बचने और आत्मविश्वास बढ़ाने की सलाह

 

उपायुक्त ने बच्चों को यह भी सलाह दी कि वे कभी भी अपनी तुलना दूसरों से न करें। हर व्यक्ति में अलग प्रतिभा होती है और उसी के अनुसार उसे आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि आत्मविश्वास और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है।

 

शिक्षक समाज के मजबूत स्तंभ

 

अपने वक्तव्य में उपायुक्त ने शिक्षकों की भूमिका को समाज का मजबूत स्तंभ बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखते हैं। व्यक्तित्व विकास, कम्युनिकेशन स्किल और नैतिक मूल्यों पर विशेष ध्यान देना आज की शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता है।

 

माता-पिता के प्रति कर्तव्य निभाने की अपील

 

उपायुक्त ने बच्चों से भावुक अपील करते हुए कहा कि जिस तरह माता-पिता अपने बच्चों की परवरिश करते हैं, उसी तरह बच्चों का भी कर्तव्य है कि वे उनके बुढ़ापे में उनका ख्याल रखें। जीवन में चाहे कितनी भी ऊंचाई क्यों न हासिल कर लें, माता-पिता का सम्मान और सेवा कभी न भूलें।

 

कार्यक्रम में गणमान्य लोगों की उपस्थिति

 

इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य, एम्स के निदेशक, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, विद्यालय के शिक्षक, विद्यार्थी और बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन प्रेरणादायक संदेशों और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ हुआ।

 

 

 

Baba Wani
Author: Baba Wani

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