भोगनाडीह की घटना भाजपा के असामाजिक तत्वों के कुंठित मानसिकता का परिणाम: परिमल

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

भोगनाडीह की घटना भाजपा के असामाजिक तत्वों के कुंठित मानसिकता का परिणाम: परिमल 

झामुमो नेता ने कहा चंपाई सोरेन, सीता सोरेन व लोबीन हेम्ब्रम को भाजपा के दोहरे चरित्र से बचना चाहिए 

आदिवासी व नन आदिवासी को समझना होगा कि भाजपा अपने दोहरे चरित्र में फंसाकर लोगों को परेशान करना चाहती है

शीघ्र ही हम सबों के बीच मार्गदर्शन व आर्शीवाद देने के लिए दिशुम गुरु शिबू सोरेन रहेंगे उपस्थित 

देवघर। हुल दिवस के मौके पर वीर शहीद सिद्धों कान्नू की धरती साहेबगंज के भोगनाडीह में पिछले दिनों घटी घटना पर झामुमो के वरिष्ठ नेता सह सारठ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी, पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष रहे परिमल सिंह उर्फ भूपेन सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा व चंपाई सोरेन सहित मंडल मूर्मू पर हमला बोला है। घटना को निंदनीय करार देते हुए उन्होंने कहा कि उस दिन भोगनाडीह में एक बड़ी घटना होते-होते प्रशासन की सुझबुझ के कारण बचा। नि: संदेह सारे तथ्यों से स्पष्ट हो रहा है कि यह भाजपा के असामाजिक तत्वों के कुंठित मानसिकता का परिणाम है। इस मामले में दिशुम गुरु शिबू सोरेन के सहयोगी रहे पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन झारखंड आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई है। इस मामले में उनकी संलिप्तता सामने आना निंदनीय व दुखद पहलू है। भाजपा की यही चाल और चरित्र रहा है। भाजपा ने झामुमो से तोड़कर सूरज मंडल को सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित कर पार्टी में शामिल किया था और दिशूम गुरु शिबू सोरेन और उनके परिवार को भद्दी भद्दी भाषा से नवाजा गया था। आज सूरज मंडल की क्या स्थिति है यह सभी लोग जानते हैं। सूरज मंडल आज कहां हैं, क्या कर रहे हैं यह सिर्फ उनके परिजनों को पता है। इसी तरह का काम भाजपा सीता सोरेन और लोबीन हेम्ब्रम से करवाया गया। उन्होंने कहा कि चंपाई सोरेन सिनियर व अनुभवी नेता रहे हैं। भाजपा के दोहरे चरित्र व सुनियोजित साजिश से बचना चाहिए। भोगनाडीह की घटना में जो दो लोगों को गोड्डा पुलिस ने गिरफ्तारी की है उसमें से एक चंपाई सोरेन के सोशल मीडिया प्रभारी रहा है। जबकि संपन्न विधानसभा चुनाव में मंडल मुर्मू मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन प्रस्तावक थे तो भाजपा ने साजिश के तहत उन्हें खरीदकर प्रस्तावक नहीं होने का आवेदन दिलवाने काम किया ताकि हेमंत सोरेन का नामांकन रद्द हो जाए, लेकिन हुआ ढांक का तीन पात। आज वही प्रयास भोगनाडीह में हुल दिवस के मौके पर किया गया। भोगनाडीह वह धरती पवित्र शहीद स्थल है। वहां हर वर्ष सरकार की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। वहां गोली, पिस्तौल जैसे हथियार लेकर जाने का क्या औचित्य था।   इस तरह की घटना को अंजाम देने के पीछे भाजपा की कुंठित मानसिकता काम कर रही है। आदिवासी व नन आदिवासी को समझना होगा कि भाजपा अपने दोहरे चरित्र में फंसाकर लोगों को परेशान करना चाहती है। उन्होंने कहा कि भाजपा स्वच्छ राजनीति करें। लेकिन झामुमो से भयभीत होकर भाजपा इस तरह काम कर रही है। झामुमो आंदोलन व माटी की पार्टी है, जो ईंट का जवाब पत्थर से देना जानती है। हम लोगों के लिए खुशखबरी है कि दिशुम गुरु शिबू सोरेन के स्वास्थ्य में बाबा बैद्यनाथ के आर्शीवाद से बेहतर सुधार हो रहा है। वह शीघ्र ही मार्गदर्शन व आर्शीवाद देने के लिए हम सबों के बीच रहेंगे।

Baba Wani
Author: Baba Wani

Leave a Comment

और पढ़ें